सेलिब्रिटी गॉसिप No Further a Mystery
सेलिब्रिटी गॉसिप No Further a Mystery
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वह भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और उन्होंने साबित किया है कि सपनों को मेहनत से पूरा किया जा सकता है।
मित्रों, हम भी अपने जीवन में ऐसी परिस्थितियों से दो-चार होते रहते हैं. कई बार किसी कार्य को करने के पूर्व या किसी समस्या के सामने आने पर उसका निराकरण करने के पूर्व ही हमारा आत्मविश्वास डगमगा जाता है और हम प्रयास किये बिना ही हार मान लेते हैं. कई बार हम एक-दो प्रयास में असफलता मिलने पर आगे प्रयास करना छोड़ देते हैं.
वह बार-बार सोचता कि नीचे कूद जाऊ और अपने दोस्तों से जा मिलु परन्तु उसे पेंड का मोह अपनी ओर खींचने लगता, आम रोजाना इसी सोंच में डूबा रहता।
उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्हें नक़ल करना अपराध लगा. निरीक्षक के जाने के बाद उन्हें शिक्षक से डांट खानी पड़ी.
“I was Portion of the sandwich era with just one boy or girl in college or university, just one graduating from highschool and one in Center university, all while looking after my growing old Mother who was acquiring important health concerns at the time. I had been Doing the job as a 3rd-quality Trainer immediately after using a split to stay residence with my Youngsters. After a number of years, I spotted I used to be miserable. I began owning Actual physical health problems and my tension degree was in the roof. This wasn’t what I desired to be accomplishing any longer, but I had no clue what I did want. So Along with the assist and encouragement of my spouse and relatives, I took a work in an unbiased university working in fundraising and communications.
गाँधी जी ने सोचा की जब पिता जी को मेरे इस अपराध की जानकारी होगी तो वह उन्हें बहुत पीटेंगे.
जैसे ही गाँधी जी ने उसे मिठाई दी वह गाँधी जी से दूर हटते हुए बोला कि ” मैं अछूत हूँ इसलिए मुझे मत छुएं ”. गाँधी जी को यह बात बुरी लगी और उन्होंने उस सफाई वाले का हाथ पकड़कर मिठाई पकड़ा दी और उससे बोले कि ” हम सब इंसान है, छूत – अछूत कुछ भी नहीं होता.
समय की कीमत प्रेरक प्रसंग – ज्ञानवर्धक प्रेरणादायक हिंदी कहानी
ठीक उसी तरह सफल होने के लिए मोह का त्याग करना आवश्यक होता है चाहे वह मोह आपके घर परिवार दोस्त यार आदि का हो चाहे आपके कम्फर्ट जोन का – आखिर में : रोज एक कदम सफलता की ओर।
गाँधी जी की बात सुनकर आनंद स्वामी को अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने उस आम आदमी से इस बात को लेकर माफ़ी मांगी.
वह भारतीय महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं और उन्होंने साबित किया है कि महिलाएं भी website किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं।
फिर दूसरे दिन जब उस आम ने देखा के उसके साथ के सारे आम तो जा चुके हैं केवल उसी का मोह उसे पेंड से अलग होने नहीं दे रहा है। उसे अपने मित्र आमों की याद सताने लगी।
तेनालीराम और लाल मोर – तेनालीराम की कहानी
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